रोज़ तमाशा--मेरे आगे

इस पृष्ठ पर प्रदर्शित क्रम वह है  जो मेरे व्यंग्य संग्रह : रोज़ तमाशा --मेरे आगे :  में संकलित है ।

 कोष्ठक मे दिया गया वह क्रम है जो पुस्तक के  व्यंग्य सूची  पर प्रदर्शित है --और लिंक लगा दिया गया है ।


1 बॉस कथा चरितम                         [39]

2 वैलेन्टाईन डे-उर्फ़ प्रेम प्रदर्शन दिवस [42]

3 रावण का पुतला         [49]

4 बोल जमूरे !         [51]

5 सम्मान करा लो                 [52]

6 कीचड़ फेंकना                         [74]         

7 गोबर माहात्म्य                 [69]

8 किस्सा सास बहू का         [73]

9 किस्सा गोबर—गोईंठा—गोहरौल [71]

10 किस्सा मुहावरों का         [66]

11 किस्सा-ए-शालीनता         [76]

12 किस्सा-ए-जनाब         [67]

13 आम चुनाव और नाक                 [56]

14 हिंदी सेवा वाया फ़ेसबुक         [55]

15 बड़ा शोर सुनते थे—         [57]

16 चुनाव और तालाब का पानी [75]

17 हिंदी पखवारा और मुख्य अतिथि         [58]

18 साहित्यिक खोमचा         [68]

19 ग्लीसीरीन के आँसू         [70]

20 कलछुल कहाँ—चेहरा कहाँ         [72]

21 काला घोड़ा -सफ़ेद घोड़ा                [60]

22 एक पत्र-कविता-चोर के नाम             [61]           

23 उत्तर कविता -चोर का                      [62]

24 आमन्त्रण लिंक                                [63]

25 पहला और आखिरी इन्टरव्यू            [77]

26    गुड मार्निंग                                     [78]

27    दीदी ! नज़र रखना                         [79]

28    फ़ेसबुक पर छींक                          [81]

29     शायरी का सर्टिफिकेट                  [82]

30     वैलेन्टाइन डे-3                             [80]


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